Tata Steel Share में गिरावट: ब्रोकरेज फर्मों ने घटाई रेटिंग, जानिए क्या हैं प्रमुख कारण
Tata Steel Share टाटा स्टील के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिल रही है, ब्रोकरेज फर्मों ने शेयर की रेटिंग घटाई है। जानिए इसके पीछे के प्रमुख कारण और भविष्य की संभावनाएं।
Tata Steel Share: टाटा स्टील का शेयर बुधवार, 11 सितंबर 2024 को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में 0.047% गिरकर 149.35 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था। बाजार खुलने के कुछ ही देर बाद यह शेयर 0.13% चढ़कर 149.65 रुपये प्रति शेयर तक पहुंचा, लेकिन जल्द ही गिरावट दर्ज की गई। पिछले कुछ दिनों से टाटा स्टील के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल है।
हाई लेवल पर जाते ही गिर जाता है टाटा स्टील Tata Steel Share
तकनीकी विश्लेषण की बात करें तो टाटा स्टील के शेयर में पिछले 5, 10 और 20 दिनों के शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज के मुकाबले 50, 100 और 300 दिनों के लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज में गिरावट आई है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, टाटा स्टील के शेयर में 151.14 रुपये, 152.76 रुपये, और 153.92 रुपये के स्तर पर ब्रेक लग जाता है, जबकि 148.36 रुपये, 147.2 रुपये और 145.58 रुपये के स्तर पर शेयर मजबूत होता है। इस समय शेयर 149.35 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जो एक चिंता का विषय है।
टाटा स्टील के शेयर में भारी गिरावट
11 सितंबर 2024 को बाजार के शुरुआती कारोबार में सुबह के 11 बजे तक टाटा स्टील का शेयर एनएसई और बीएसई में की गई ट्रेड वोल्यूम में पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले करीब 55.99% कमी आ गई. कारोबारी रुझानों पर अध्ययन करने के बाद शेयर प्राइस के साथ-साथ ट्रेडिंग वोल्यूम एक महत्वपूर्ण संकेतक माना जाता है. हाई वोल्यूम के साथ कीमतों में होने वाला सकारात्मक बदलाव स्थायी तेजी की ओर संकेत करता है. वहीं, हाई वोल्यूम के साथ कीमतों में होने वाला नकारात्मक बदलाव शेयर प्राइस में और अधिक गिरावट का संकेत देता है. इस समय टाटा स्टील के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
अवधि | कीमत (INR) | गिरावट |
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5 दिन | 151.16 रुपये | गिरावट |
10 दिन | 152.60 रुपये | गिरावट |
300 दिन | 152.60 रुपये | गिरावट |
टाटा स्टील के शेयर Tata Steel Share पर रिटर्न घटा
द मिंट की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय टाटा स्टील के शेयर पर रिटर्न घटकर 4.55% हो गया है. एक साल में इसके शेयर में अनुमानित औसत उछाल 10.1% तक देखा जा रहा है, जिसका टारगेट प्राइस 164.75925926 है. शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार, जून की तिमाही में कंपनी में प्रमोटरों की होल्डिंग 33.19%, म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग 10.88% और विदेशी संस्थागत निवेशकों की होल्डिंग 19.68% है.
ब्रोकरेज फर्मों ने घटाई टाटा स्टील के शेयर की रेटिंग
अंग्रेजी की वेबसाइट मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल अगस्त में ब्रोकरेज फर्मों की ओर से सबसे अधिक डाउनग्रेड किए गए 10 शेयरों में टाटा ग्रुप की तीन कंपनियां शामिल हैं. इस सूची में सबसे ऊपर टाटा स्टील है, जिसकी ‘बाई’ रेटिंग 25 से गिरकर सिर्फ 14 रह गई है. इसकी रेटिंग घटाने के पीछे तीन अहम कारण बताए गए हैं.
पहला कारण : इनमें पहला मार्जिन में कमी आना और रिटर्न सीमति हो जाना है. चीन से सस्ते निर्यात की वजह से वैश्विक स्तर पर स्टील की कीमतों पर दबाव बना है, जिससे टाटा स्टील के मार्जिन में कमी आई है.
दूसरा कारण : टाटा स्टील के शेयर की रेटिंग घटाने का दूसरा कारण विनियामकीय दबाव है. सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से राज्यों को खनिज अधिकारों पर कर लगाने का अधिकार दिया है, जिसके कारण टाटा स्टील को ओडिशा से 17,347 करोड़ रुपये की संभावित देनदारी का सामना करना पड़ सकता है. यह दबाव तब तक बना रहेगा, जब तक कि एमएमडीआर अधिनियम में संभावित संशोधन राज्य कर लेवी को सीमित नहीं कर देता.
तीसरा कारण: टाटा स्टील की रेटिंग घटाने का तीसरा कारण बढ़ता कर्ज और कारोबारी चुनौतियां हैं. टाटा स्टील का शुद्ध कर्ज 4,600 करोड़ रुपये बढ़कर 82,160 करोड़ रुपये हो गया, जिसका शुद्ध कर्ज ईबीआईटीडीए अनुपात 3.3 गुना है. टाटा स्टील यूके, टाटा स्टील नीदरलैंड और भारतीय परियोजनाओं के लिए पूंजीगत व्यय स्टील की कीमतों में गिरावट के बीच एक चुनौती है.